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उन के होंठो को देखा तब एक बात उठी ज़हन में,
वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे जो इनसे हो कर गुज़रते है।।
वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे जो इनसे हो कर गुज़रते है।।
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आज फिर तुम याद आ रहे हो बेहद-बेइंतहा,
आज फिर दिल जी भर के रो लिया बेहद बेइंतहा
आज फिर दिल जी भर के रो लिया बेहद बेइंतहा
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बरसात की भीगी रातों में फिर कोई सुहानी याद आई
कुछ अपना ज़माना याद आया कुछ उनकी जवानी याद आई....!!
कुछ अपना ज़माना याद आया कुछ उनकी जवानी याद आई....!!
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काश वो एक नया ढंग मेरे क़त्ल का इजाद करे ,
मर जाऊ मैं हिचकियों से, वो इस कद्र मुझे याद करे!!!
मर जाऊ मैं हिचकियों से, वो इस कद्र मुझे याद करे!!!
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जो नहीं है हमारे पास वो "ख्वाब" हैं,
पर जो है हमारे पास वो "लाजवाब" है
पर जो है हमारे पास वो "लाजवाब" है
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1.ये तो दिल है हमारा जो इजाजत नही देता ,
वरना भूलाते तुम्हे ऐसे कि याद रखते ..!!
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2. फलक पर कबुतर दिखे जब कभी
बहुत ही याद आई ....तेरी चिट्ठीयाँ
वरना भूलाते तुम्हे ऐसे कि याद रखते ..!!
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2. फलक पर कबुतर दिखे जब कभी
बहुत ही याद आई ....तेरी चिट्ठीयाँ
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ना पूछ तू उसके और मेरे बीच की तीशनगि क्या है।
जब भी याद वो करते है हिचकियाँ हमें आती है।।
जब भी याद वो करते है हिचकियाँ हमें आती है।।
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Sochte Hain Usko To Dubte Hi Chale Jate Hain
Ankhen Hi Nahi Uski Yaaden Bhi Samundar Hai..!
Ankhen Hi Nahi Uski Yaaden Bhi Samundar Hai..!
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नक़ाब उठा कर जब भी वो चमन से गुज़रती है...
समझ कर फूल उसके लबोँ पर तितली बैठ जाती है.!!
समझ कर फूल उसके लबोँ पर तितली बैठ जाती है.!!
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इन बारिशों से दोस्ती अच्छी नही ,
कच्चा तेरा मकान है, कुछ तो ख्याल कर.
कच्चा तेरा मकान है, कुछ तो ख्याल कर.
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भीग रहा हे जला दिल मेरा इस बारिशमें फिर भी राहत नही है
प्यासा रह गया मैं फिर भी इसमे पिघली हुइ तेरी चाहत नही है
प्यासा रह गया मैं फिर भी इसमे पिघली हुइ तेरी चाहत नही है
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तैरना तो आता था हमे मोहब्बत के समंदर मे लेकिन,
जब उसने हाथ ही नही पकड़ा तो डूब जाना अच्छा लगा||
जब उसने हाथ ही नही पकड़ा तो डूब जाना अच्छा लगा||
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मौसम की पहली बारिश का शोख तुम्हें होगा.
हम तो रोज किसी की यादो मे भीगें रहते है..!
हम तो रोज किसी की यादो मे भीगें रहते है..!
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Kitna barsana h baras ke a badal..
A pyas to kisi ke aane se buzegi ,,
tere barsane se nhi
A pyas to kisi ke aane se buzegi ,,
tere barsane se nhi
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