Hindi Love Sms, Love Shayari, Love Poems

काश एक खवाहिश पूरी हो इबादत के बगैर
वो आ कर गले लगा ले…..मेरी इजाजत के बगैर!


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 क्या ऐसा नहीं हो सकता हम प्यार मांगे…
और तुम गले लगा के कहो, “और कुछ?”

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 लोग हर बार यही पूछते हैं
तुमने उसमें क्या देखा ,
मैं हर बार यही कहता हूँ ,
बेवजह होती है मोहब्बत।

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 पहले तो यूं ही गुज़र जाती थीं ,
मोहोब्बत हुई…
तो रातों का एहसास हुआ..।।

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 एक हसरत थी की कभी वो भी हमे मनाये..
पर ये कम्ब्खत दिल कभी उनसे रूठा ही नही।



 वो शाम का दायरा मिटने नहीं देते ,
हमसे सुबहे का इंतज़ार होता नहीं है

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 उसे लगता था कि उसकी
चालाकियां हमें समझ नहीं आतीं
हम बड़ी खामोशी से देखते थे
उसे अपनी नजरों से गिरते हुए।

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 तेरा नाम ही ये दिल रटता है,
ना जाने तुम पे ये दिल क्यू मरता है
नशा है तेरे प्यार का इतना,
कि तेरी ही याद में ये दिन कटता है।

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 तुम्हे ना आ सकी निभानी मोहब्बत,
हमे पड़ रही है अब भुलानी मोहब्बत.

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 ज़िन्दगी तुझसे हर कदम पर समझौता क्यों करूँ,
शौक जीने का है मगर इतना भी नहीं.

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 हम ने सीने से लगाया,
दिल न अपना बन सका,
मुस्कुरा कर तुम ने देखा,
दिल तुम्हारा हो गया…

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 कहतें हैं कि मोहबत एक बार होती है..
पर मैं जब जब उसे देखता हूँ..
मुझे हर बार होती है॥

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 प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था!
वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था!
सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को!
पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था

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 लगाया है जो दाग तूने हमें बेवफ़ा सनम
हाय मेरी पाक मुहब्बत पर
लगाये बैठे हैं इसे अपने सीने से हम
प्यार की निशानी समझ कर।

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 हम तो तेरे दिल की महफ़िल सजाने आए थे
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे
किस बात की सजा दी तुने हमको बेवफा
हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।

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 तेरा नाम ही ये दिल रटता है,
ना जाने तुम पे ये दिल क्यू मरता है
नशा है तेरे प्यार का इतना,
कि तेरी ही याद में ये दिन कटता है।

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 जब प्यार किसी से होता है,
हर दर्द दवा बन जाता है।
क्या चीज मुहब्बत होती है,
एक शख्स खुदा बन जाता है।

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 टूटी हुई डाली का दर्द उसकी साख से पूँछो,
धरती की प्यास बरसात से पूँछो,
मैं आपको कितना चाहता हूँ,
ये मुझसे नहीं अपने आप से पूँछो।

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 राज़ ज़ाहिर ना होने दो तो एक बात कहूँ ,
मैं धीरे- धीरे तेरे बिन मर जाऊँगी !!

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 सुना है..इश्क की सजा मौत होती है..
तो लो मार दो हमेँ प्यार करते है हम आपसे.

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 जिन्दगी मे कभी खुद को तन्हा न समझना,
साथ हूं मे तुम अपने से जुदा न समझना,
उर्म भर दोस्ती का वायदा किया है,
अगर जिन्दगी साथ न दे,
तो बे वफा न समझना!!

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 मेरी तन्हाई पुछती हे मुझसे,
बता आज कौन बिछड गया तुझसे,
क्या बताऊँ की मेरा कोई साथी ही नही,
शायद आज जुदा हो गया हुँ खुद से.!

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 वही हम हैं...वहीज़िन्दगी है हमारी
हाँ कभी-कभी कुछ अलग-सा
भी हो जाया करता है...!.

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 बस कर........
अब और इम्तिहान मत ले
मेरे सब्र का ऐ ज़िन्दगी...
वर्ना मुझे बस कुछ ही वक़्त लगेगा
तेरा ये खेल ख़त्म करने में...

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 मैं ख़ामोशी तेरे मन की,
तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा…
मैं एक उलझा लम्हा,
तू रूठा हालात मेरा …

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 इश्क़ में कोई खोज नहीं होती,
यह हर किसी से हर रोज नहीं होती,
अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना,
क्योंकि पलके कभी आँखों पर बोझ नहीं होती..!!

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 जिंदगी के किसी मोड़ पर अगर वो लौट भी आये तो क्या है,
वो लम्हात, वो जज्बात,
वो अंदाज, तो ना अब लौटेंगे कभी…
क्योंकि हर किसी के नसीब में कहाँ लिखी हैं चाहतें,
कुछ लोग दुनिया में आते हैं सिर्फ बदनाम करने के लिए…..

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हो गया हूँ मशहूर तो ज़ाहिर है दोस्तो
इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे
थोड़ा सा अपनी चाल बदल कर चलो
सीधे चले तो मुमकिन है पीठ में खंज़र भी आयेंगे।

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 हर धड़कन में एक राज़ होता है
बात को बताने का भी एक अंदाज़ होता है
जब तक ना लगे ठोकर बेवाफ़ाई की
हर किसी को अपने प्यार पर नाज़ होता है।

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 कभी करीब तो कभी जुदा है तू
जाने किस-किस से खफा है तू
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीं था
पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू।

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 मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में
मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में
सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं
जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।

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आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए
महसूस हुआ तब
जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा!

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 प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं
इसीलिए हम प्यार की बाज़ी हार गए
हमारी ज़िन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था
शायद इसीलिए वो हमें ज़िंदा ही मार गए!

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 आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए
महसूस हुआ तब
जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो
बेवफ़ा हुए!

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 ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक है
तू सितम कर ले
तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद
जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है
तू बेवफ़ा कहाँ तक है।

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 सुना है काफी पढ़ लिख गए हो तुम,
कभी वो बी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते !!

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 कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा,
एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता……

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 कितने बेवफा होता है ये जुगनू भी
रौशनी दिखाकर अंधेरों की तरफ ले जाते हैं

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 इतने मशरूफ़ कहाँ हो गए तुम
आजकल दिल तोड़ने भी नहीं आते

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 तूने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया,
कितने रिश्ते तेरी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ,
कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है,
कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ.

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 वफ़ा पर हमने घर लुटाना था लेकिन,
वफ़ा लौट गयी लुटाने से पहले,
चिराग तमन्ना का जला तो दिया था,
मगर बुझ गया जगमगाने से पहले.

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 चलो हम गलत थे ये मान लेते है..
ऎ जिंदगी..
पर एक बात बता.. क्या वो शख्स सही था
जो बदल गया इतना.. करीब आने के बाद.

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 मजबूर ना करेंगे तुझे वादे निभाने के लिए।
तू एक बार वापस आ अपनी यादें ले जाने के लिए.

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 क्या अजीब सी ज़िद है, हम दोनों की,
तेरी मर्ज़ी हमसे जुदा होने की,
और मेरी तेरे पीछे तबाह होने की.

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 आंसुओसे पलके भिगा लेता हूँ
याद तेरी आती है तो रो लेता हूँ
सोचा की भुलादु तुझे मगर,
हर बार फ़ैसला बदल देता हूँ!

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 समेट कर ले जाओ..
अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से..
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर..
इनकी ज़रूरत पड़ेगी

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 रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई

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 हर भूल तेरी माफ़ की..
हर खता को तेरी भुला दिया..
गम है कि, मेरे प्यार का..
तूने बेवफा बनके सिला दिया

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 रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने
का इंतेज़ार होता है?…

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 ज़िन्दगी हसीन है , ज़िन्दगी से प्यार करो …..
हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो …..
वो पल भी आएगा, जिस पल का इंतज़ार हैं आपको….
बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो ….

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 एक कब्र पर लिखा था...
किस को क्या इलज़ाम दूं दोस्तो...,
जिन्दगी में सताने वाले भी अपने थे,
और दफनाने वाले भी अपने थे..

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 सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें ,
इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना ।

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 तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये थे ,
वरना कोई नहीं था, तुजसे ज्यादा करीब मेरे..।

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 उस जैसा मोती पूरे समंद्र में नही है,
वो चीज़ माँग रहा हूँ जो मुक़्दर मे नही है,
किस्मत का लिखा तो मिल जाएगा मेरे ख़ुदा,
वो चीज़ अदा कर जो किस्मत में नही है…

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 ठे हैं दिल में ये अरमां जगाये,
के वो आज नजरों से अपनी पिलाये
मजा तो तब ही पीने का यारो,
इधर हम पियें और नशा उनको आये ।।

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 पी है शराब हर गली की दुकान से,
दोस्ती सी हो गयी है शराब की जाम से ;
गुज़रे है हम कुछ ऐसे मुकाम से,
की आँखें भर आती है मोहब्बत के नाम से..!

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 धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल
अभी तो पलकें झुकाई है
मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.

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 पास आओगे तो सब अपने पसन्द का पाओगे,
तेरे ख्यालो में रहकर तुझमें में ही ढ़ल गया मै।

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 मेरा दिल जलाने वाले, मेरा दिल जला के रोए
मुझे आजमाने वाले, मुझे आजमा के रोए
मेरे सामने से गुजरे, मेरा हाल भी ना पूछा
मैं यकीं करूं तो कैसे, के वो दूर जा के रोए




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